Quantcast
Channel: Rkalert.Com
Viewing all articles
Browse latest Browse all 1715

बालदिवस पर कविता 14 नवम्बर 2017

$
0
0

हेलो दोस्तों हमारे देस में हर महीने में 1 या 2 दिवस आते ही रहते है जिसमे कभी हिंदी दिवस गाँधी दिवस ,शिक्षक दिवस,वायु सेना दिवस,राष्ट्रीय विज्ञान दिवस आदि इसी प्रकार से भारत में एक 14 नवम्बर को बाल दिवस मनाया जाता है इस दिवस को भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अलग अलग तारीखों पर मनाया जाता है भारत में यह दिन स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है. कहा जाता है कि पंडित नेहरू जी बच्चों से बेहद प्यार करते थे इसलिए बाल दिवस मनाने के लिए उनका जन्मदिन चुना गया असल में बाल दिवस की सुरुआत व नींव 1925 में रखी गई थी जब बच्चों के कल्याण पर विश्व कांफ्रेंस में बाल दिवस मनाने की घोषणा हुई थी 1954 में दुनिया भर में इसे मान्यता मिली संयुक्त राष्ट्र ने यह दिन 20 नवंबर के लिए तय किया लेकिन अलग अलग देशों में यह अलग दिन मनाया जाता है कुछ देश 20 नवंबर को भी बाल दिवस मनाते हैं इसीप्रकार से 1950 से बाल संरक्षण दिवस यानि 1 जून भी कई देशों में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है यह दिन इस बात की याद दिलाता है कि हर बच्चा खास है और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनकी मूल जरूरतों और पढ़ाई लिखाई की जरूरतों का पूरा होना बेहद जरूरी है. यह दिन बच्चों को उचित जीवन दिए जाने की भी याद दिलाता है.

बालदिवस पर कविता

हिंदी कविता बालदिवस

नेहरू चाचा तुम्हें सलाम ,
अमन-शांति का दे पैगाम ॥

जग को जंग से बचाया,
हम बच्चों को भी मनाया ॥

जन्मदिवस बच्चों के नाम,
नेहरू चाचा तुम्हें सलाम ॥

देश को दी हैं योजनाएं,
लोहा और इस्पात बनाए ॥

बांध बने बिजली निकाली,
नहरों से खेतों में हरियाली ॥

प्रगति का दिया इनाम,
नेहरू चाचा तुम्हें प्रणाम ॥

राष्ट्रवाटिका के पुष्पों में,
एक जवाहरलाल ॥

जन्म लिया जिस दिन लाल ने,
दिवस कहाया बाल॥

बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते ॥

चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते॥

एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा ॥

भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥

सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का। ॥

भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥

चाचा नेहरु प्यारे थे,
भारत माता के राजदुलारे थे ॥

देश के पहले पधानमंत्री थे,
स्वतंत्रता के सैनानी थे ॥

अचकन में फूल लगाते थे,
हमेशा ही मुस्काते थे ॥

बच्चो से प्यार जताते थे!
चाचा नेहरु प्यारे थे ॥

देश विदेश यह घूमते थे,
बहुत सारी जानकारी प्राप्त करते थे ॥

फिर भी अपने देश से यह प्यार करते थे!
चाचा नेहरु राजकुमारे थे ॥

बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते ॥

चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते है॥

एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा ॥

भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥

सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का ॥

भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥


Viewing all articles
Browse latest Browse all 1715

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>